कालसर्प दोष के लाभ: कालसर्प दोष एक भयावह ज्योतिषीय स्थिति है जो किसी भी व्यक्ति के जीवन में बहुत बड़े दुष्परिणाम ला सकती है। ऐसा कहा जाता है कि व्यक्ति द्वारा पिछले जन्म में किए गए बहुत से बुरे कर्मों के कारण यह दोष होता है। कालसर्प दोष किसी व्यक्ति को लगभग 47 वर्षों तक प्रभावित कर सकता है और कुछ विशेष मामलों में यह इससे भी अधिक या फिर संपूर्ण जीवन यह प्रभावित कर सकता है | यह सब कुंडली में ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है। जब राहु जन्मकुंडली के 3, 6 या 11 वें घर में विराजमान होता है तो कालसर्प दोष के परिणाम बहुत कम समय के लिए बने रहते हैं और यदि राहु 5 वें, 8 वें और 12 वें घर में हो तो इस दोष के प्रभाव गंभीर और लंबे समय तक चलने वाले होते है।
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कालसर्प दोष के बुरे प्रभाव
कालसर्प दोष जातक के जीवन में हर रूप में बुरी किस्मत ले कर आता है।
यह परिणाम एकदम सटीकता से जाना मुश्किल है |
यह जीवन के सभी पहलुओं जैसे स्वास्थ्य, धन, करियर, पेशे, प्रेम, विवाह, वसंह वृद्धि में रुकावट ला सकता है।
किस भी व्यक्ति के लिए काल सर्प दोष का सटीक परिणाम जानना बहुत ही आवश्यक होता है।
उदाहरण के लिए, यदि राहु पहले घर में है और केतु सातवें घर में है।
तो यह जातक के लिए ही बाधा पैदा कर सकता है।
और संसाधनों को इकट्ठा करने के लिए भी रुकावट डालता है ।
जन्म कुंडली में कालसर्प योग होने पर व्यक्ति को अपने जीवन में चिंता, परिवाद, बच्चे के जन्म में समस्याओं, मानसिक व्यवधान का सामना करना पड़ता है।
प्रभावित व्यक्ति अपने सपने में अजगर और सांप देखता है।
उन्हें अपने जीवन के साथ बड़ी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है ।
वे मानसिक समस्याओं, आर्थिक कठिनाई, वंश वृद्धि और विवाहित जीवन में परेशानियों से पीड़ित रहते हैं।
आम तौर पर ये लोग बुरे सपने देखते हैं और उन्हें असामान्य मौत का डर लगा रहता है।
विभिन्न खतरे और चिंताएं उन्हें घेरे रहती हैं और उसे अपनी क्षमता के अनुकूल परिणाम नहीं मिलते है |
काम में असफलता लगी रहती है, आर्थिक तथा सामजिक प्रतिष्ठा का भी नुकसान इस योग के संकेत है।
कालसर्प पूजा के लाभ
ग्रहों की स्थिति के आधार पर विभिन्न प्रकार के कालसर्प दोष हैं।
जन्म कुंडली में अंतर हो सकता है और यह इस दोष के प्रकार और प्रभावों को बदल सकता है।
काल सर्प पूजा बुरे परिणामों को व्यक्ति के लिए फायदे में बदल सकती है।
कालसर्प योग के लाभ निचे दिए गए है|
- अनंत कालसर्प दोष व्यक्ति के विवाह को प्रभावित करने और विवाहिक जीवन को जोखिम में डालने के लिए जाना जाता है। हालांकि, यज्ञनिवार पूजा के बाद इसके परिणामों को अच्छे में बदल सकते हैं। पूजा के बाद दम्पति एक बहुत ही सुखद और सुन्दर विवाहित जीवन जी सकते हैं। कुछ व्यक्तियों के लिए इस पूजा से वित्तीय लाभ भी हो सकता है ।
- कुलिक कालसर्प दोष में जातक के जीवन में उसके स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां चरम पर होती हैं | जातक को सामन्य से लेका जटिल बीमारियां हो सकती हैं । दोष निवारन पूजा इन सभी समस्याओं को समाप्त करती है। जैसा कि पहले भी उल्लेख किया गया है, निवारन पूजा दुष्परिणामों को अच्छे परिणामों को बदलने और किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य को सामान्य रूप से वापस लाने में मदद करेगी और वे एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं|
- वासुकी कालसर्प दोष ज्यादातर किसी के पेशे से संबंधित है, और जातक को व्यापार में या किसी अन्य तरीके से धन की हानि हो सकती है। कालसर्प दोष निवारण पूजा किसी व्यवसाय को शुरू करने में भी लिए सहायता करती है।इससे कारोबार में निरंतरता आती है और वित्तीय स्थिति भी ठीक हो जाता है । रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों के साथ आपके संबंध पूजा के बाद समय के साथ बेहतर हो जाते हैं।
कालसर्प दोष के लाभ
- शंखपाल कालसर्प दोष के लाभ लिए निवारन पूजा के बाद इसके अच्छे परिणाम होते हैं। इस दोष से उत्पन्न होने वाले सभी नकारात्मक परिणाम जैसे कि जीवन में परेशानिया, करियर, चिंता, विवाह में कठिनाई, वंश वृद्धि में समस्या आदि इस पूजा के बाद समाप्त हो जाते हैं। आप जीवन की किसी भी भयावह दुर्घटना से बच सकेंगे | यह दोष विभिन्न कठिनाइयां लेकर आता है इसलिए यह आवश्यक हो जाता है की जातक इस पूजा का आयोजन करे |
- पद्म कालसर्प योग से महिलाएं सबसे अधिक प्रभावित होती हैं । वे गर्भ धारण करने में असमर्थ हो जाती हैं और बुरी आत्माओं के नियंत्रण में आ सकती हैं। इस दोष के पीड़ित जातक को निरंतर बीमारी और शैक्षणिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है | निवारन पूजा के बाद, स्थितियां बदलने लगती हैं और बुरे प्रभाव जैसे निरंतर बीमारी व अन्य जातक के जीवन से दूर हो जाते हैं। बुरी आत्माओं से भी मुक्ति मिलती है। जो महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती हैं उनके हालात भी बेहतर हो जाते हैं। वे जल्द ही गर्भ धारण कर सकती हैं। परिवार और दोस्तों के साथ मधुर संबंध बढ़ने की संभावना हो जाती है।